मेरे अरमानों की कब्र पे ,
तेरे दिल का ताजमहल हो II
मेरे गम के वीराने में ,
तेरी दुनियां रौशन हो II
जनाज़ा मेरा उठे ,
और, घर में तेरे जलसा हो II
मेरे खुदा, मेरी हर बर्बादी पे ,
मेरा महबूब सलामत हो II
तेरे दिल का ताजमहल हो II
मेरे गम के वीराने में ,
तेरी दुनियां रौशन हो II
जनाज़ा मेरा उठे ,
और, घर में तेरे जलसा हो II
मेरे खुदा, मेरी हर बर्बादी पे ,
मेरा महबूब सलामत हो II